नई दिल्ली/दीक्षा शर्मा। जैसा की हम सब जानते हैं कि पूरे विश्व में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. अगर हम योग करने के फायदे गिने तो शायद ही कोई बता पाए. योग के अभ्यास से ना सिर्फ शरीर रोगमुक्त रहता है बल्कि मन को भी शांति मिलती है. हमारी भारतीय संस्कृति का योग अभिन्न हिस्सा रहा है. इस खास दिवस के मौके पर हर कोई योग से होने वालों फायदों के बारे में बात करता है और योग करते हुए अपनी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर साझा करता है. लेकिन क्या आप जानते है कि आखिर इसकी शुरुआत कैसे हुई थी और 21 जून को ही क्यों अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है.
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कैसे हुई शुरुआत?
वैसे तो आज के समय में हर कोई स्वस्थ और फीट रहना चाहता है. जिसके लिए दुनियाभर में योग करते हैं. आख़िरकार यह हमारी भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. लेकिन क्या आपको पता है योग दिवस को एक साथ पूरी दुनिया में मनाने की पहल भी भारत के द्वारा की गई. 27 सितंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में दुनियाभर में योग दिवस मनाने का आह्वान किया था. और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने सिर्फ तीन महीने के अंदर इसके आयोजन का एलान कर दिया था.
21 जून को ही क्यों?
यह सवाल तो सबके मन में उठता है कि आखिर 21 जून को ही योग दिवस के रूप में क्यों मनाया जाता है. इसके पीछे की वजह भी काफी खास है. कहते हैं कि इस दिन उत्तरी गोलार्द्ध का सबसे लंबा दिन है, जिसे कुछ लोग ग्रीष्म संक्रांति भी कहकर बुलाते हैं. भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन हो जाता है. कहा जाता है कि सूर्य के दक्षिणायन का समय आध्यात्मिक सिद्धियां प्राप्त करने में बहुत लाभकारी होता है इसी वजह से 21 जून को ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ के रूप में मनाते हैं.
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भारत ने बनाया था रिकार्ड
संयुक्त राष्ट्र महासभा की मंजूरी के बाद 21 जून 2015 को पहला ‘अंतरराष्ट्रीय योग दिवस’ मनाया गया. इसी के साथ उस समय पीएम मोदी के नेतृत्व में करीब 35 हजार से अधिक लोगों और 84 देशों के प्रतिनिधियों ने दिल्ली के राजपथ पर योग के 21 आसन किए थे. इस खास आयोजन में गिनीज बुक में दो रिकार्ड दर्ज हुए थे. पहला रिकार्ड 35,985 लोगों के साथ योग करना और दूसरा रिकार्ड 84 देशों के लोगों द्वारा इस समारोह में हिस्सा लेना.
2020 की थीम
इस दौरान पूरा विश्व covid 19 की चपेटे में है. इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो करने की सलाह दी गई है. ऐसे में इस साल योग दिवस का थीम भी ‘घर पर योग और परिवार के साथ योग’ है.