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सरकार ने 20 लाख करोड़ कहा खर्च किए, देखिए पूरा हिसाब…

नई दिल्ली/आशीष भट्ट। कोरोना महामारी से पूरा विश्व झूझ रहा है, कोरोना से बचने के लिए एक मात्र उपाय सिर्फ बचाव और सामाजिक दूरी का पालन करना है, इसीलिए ज्यादा तर देशों ने अपने यहां तालाबंदी कर रखी है, भारत में भी आज से लॉक डाउन का चौथा चरण चालू हो गया है, ऐसे में तालाबंदी के कारण अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी जिसे ‘आत्मनिर्भर भारत’ नाम दिया गया, इस पैकेज की पूरी जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दी है अपने 5 दिन की मीडिया ब्रीफिंग में वित्त मंत्री ने 20 लाख करोड़ का पूरा हिसाब दिया है.

कहा कितना खर्च हुआ

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 13 मई को अपनी पहली प्रेस ब्रीफिंग में 5.94 लाख का हिसाब दिया था, जिसमें मुख्य रूप से छोटे व्यापारियों को कर्ज देना, बिजली वितरण करने वाली कंपनियों को राहत देने की बात कही थी.

वित्त मंत्री ने 14 मई को अपनी दूसरी प्रेस ब्रीफिंग में 3.10 लाख करोड़ की घोषणाओं के बारे में बताया था, इस ब्रीफिंग में प्रवासी मजदूरों को 2 महीने तक मुफ्त में राशन देने और किसानों को कर्ज देने की बात कही थी.

वित्त मंत्री ने 15 मई को अपनी तीसरी प्रेस ब्रीफिंग में 1.5 लाख करोड़ रुपये की जानकारी दी थी, इसमें उन्होंने खेती के बुनियादी ढांचे को ठीक करने में जोर दिया था, और यह राशि खेती करने में खर्च की जाएगी ये बताया था.

वित्त मंत्री ने 16 मई को अपनी चौथी प्रेस ब्रीफिंग में कोयला, खनन, शिक्षा आदि कार्यो पर खर्च करने की जानकारी दी थी जिसके लिए 8.1 हज़ार करोड़ खर्च करने की बात कही थी.

वित्त मंत्री ने 17 मई को अपनी पांचवी प्रेस ब्रीफिंग में राज्यों को अतिरिक्त मदद देने, रोजगार, सरकारी मशीनों के सुधार के लिए 40 हज़ार करोड़ खर्च करने की बात कही थी.

वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार ने लॉक डाउन के दौरान ही राहत पैकेज देने की घोषणा कर दी थी, जिसके लिए प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण पैकेज के तहत 1,92,800 करोड़ रुपये खर्च किए थे.

लॉक डाउन के दौरान ही रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी 8,01,603 करोड़ रुपये की सहायता की थी.

वित्त मंत्री ने बताया कि इन सभी खर्चो को मिलाकर केंद्र सरकार आत्मनिर्भर भारत पर 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज खर्च करने जा रही है।

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