नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। मंगलवार को गलवान घाटी में हुई भारत और चीन के बीच झड़प में भारत के 1अधिकारी और 2 सैनिक शहीद हो गए। इस नाज़ुक स्थिति का जायजा लेते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक अहम बैठक बुलाई है जिसमें चीफ़ ऑफ डिफेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत, और तीनों सेनाओं के अध्यक्ष शामिल होंगे। इस बैठक में चीन से निपटने की और अपने सेनाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
कई दिनों से LAC पर भारत चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव पर था अब झड़प के बाद यह तनाव अपने चरम पर है. तब रक्षा मंत्री ने इस पर चीन से बात करके मामला शांत कराने की कोशिश की थी। चीन ने भी इस मामले पर बहुत कड़ा रुख अपनाया और इन सभी आरोपों को नकार दिया, वहीं दूसरी ओर प्रत्यारोप लगाते हुए कहा कि भारत चीन की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहा है और वे सीमाओं के संबंध में बहुत कड़ा रुख अपनाते हुए चलते हैं।
कोरोना काल में जब सभी देशों को एक दूसरे के साथ खड़ा होना चाहिए तब चीन अपनी नापाक हरकतों से और मुश्किलें बढ़ा रहा है। पहले चीन ने पूरी दुनिया को कोरोना वाइरस जैसी भयानक महामारी दी और उसके बाद अब सहायता के बजाय बर्बरता दिखा रहा है। कभी व्यापारिक घपला करता है तो कभी किसी देश को फटे हुए मास्क और मेडिकल किट पहुंचाता है। चीन ऐसी हरकतें पहले भी करता रहा है।