नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। Pratibimb News : देश का सबसे पुराना राम मंदिर विवाद अब सुलझ चुका है। राम मंदिर की भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या आगमन को लेकर हर जगह हलचल तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम जन्मभूमि पर प्रस्तावित मंदिर के लिए 5 अगस्त को भूमि पूजन करेंगे। इसके लिए प्रयागराज के संगम का पवित्र जल अयोध्या ले जाया जाएगा। सूत्रों के हवाले से खबरें अभी मिली है कि शिलान्यास के लिए 40 किलो चांदी की ईट से राम मंदिर का शिलान्यास होगा।
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आपको बता दें कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह सोमवार को अयोध्या पहुंचे और भाजपा संघ व नेताओं के साथ बंद कमरे में चर्चा कर सभी इंतजामों का जायजा लिया। वहीं राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन में बुलाने वाले अतिथियों में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, साथ ही वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, देश के गृह मंत्री अमित शाह जैसे कई महारथी जिनका राम मंदिर निर्माण के संघर्ष में अहम योगदान रहा, सभी को आमंत्रित किया गया है।
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कोरोनावायरस के कारण प्रशासन राम मंदिर शिलान्यस उत्सव में ज्यादा लोगों की भीड़ एकत्र नहीं होने देना चाहता। इसीलिए महामारी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने राम मंदिर शिलान्यास उत्सव में 50 से 60 लोगों की ही उपस्थिति की मंजूरी दी है। वैसे आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।