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Sawan Special 2020 : दुनिया में पहला शिवलिंग यहां स्थापित हुआ था, पढ़ें

जागेश्वर धाम

जागेश्वर धाम

नई दिल्ली/ दीक्षा शर्मा। कहा जाता है कि उत्तराखंड यानी देवभूमि में रहस्यों और मान्यताओं का कोई अंत नहीं है.उत्तराखंड देवताओं के लिए सबसे पवित्र स्थान है. देवी और देवताओं का निवास उत्तराखंड में बहुत से मंदिर हैं जिनका अलग अला महत्व है. लेकिन क्या आप जानते हैं संसार का पहला शिवलिंग कहां स्थापित हुआ था?

यहां स्थापित हुआ था पहला शिवलिंग

भगवान शिव का सबसे पहला शिवलिंग उत्तराखंड, अल्मोड़ा के पास जागेश्वर धाम में स्तिथ है. यह धाम करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, ऐतिहासिक और प्राचीनतम जागेश्वर महादेव का मंदिर उत्तराखंड के अल्मोडा जिले के मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर देवदार के वृक्षों के घने जंगलों के बीच पहाड़ी पर स्थित है, इस धाम में भगवान शिव की पूजा आरम्भ हुई थी. यहां सप्त ऋषियों ने शिवलिंग की स्थापना कर आराधना की थी.जागेश्वर धाम को उत्तराखंड का पांचवा धाम भी कहा जाता है.

जागेश्वर धाम की मान्यताएं

बता दें कि जागेश्वर धाम में लगभग 250 मंदिर हैं. बड़े बड़े मंदिरों में शिवलिंग स्थापित की गई है. कहा जाता है कि जागेश्वर घाम में सच्चे दिल से मांगी गई मन्नतें जरूर पूरी होती है. प्राचीन कथाओं के अनुसार यह भी मान्यता है कि भगवान श्रीराम के पुत्र लव-कुश ने यहां यज्ञ आयोजित किया था, जिसके लिए उन्होंने देवताओं को आमंत्रित किया.यहां सबसे हैरान करने वाली यह है कि मंदिर परिसर में देवदार का एक वृक्ष है जो नीचे से एक ही है लेकिन ऊपर जाकर दो भागों में विभाजित हो जाता है. यहां आने वाले सभी श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं भगवान शिव अवश्य पूरी करते हैं.

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