अगले जन्म मजदूर ना बनाइयो
जिस मजदूर को अर्थव्यवस्था का पहिया कहकर सरोकार सम्बोधित किया करते है आज उसी पहिये की जिंदगी या तो थम चुकी है या फिर टूट चुकी है।कोरोना काल में जिस
जिस मजदूर को अर्थव्यवस्था का पहिया कहकर सरोकार सम्बोधित किया करते है आज उसी पहिये की जिंदगी या तो थम चुकी है या फिर टूट चुकी है।कोरोना काल में जिस