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अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में हिंसक प्रदर्शन पर UN ने कहा- शांतिपूर्वक करे प्रदर्शन

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नई दिल्ली/पूजा शर्मा। अमेरिका में कोरोना महामारी के बीच अश्वेत नागरिक की कस्टडी में हुई मौत से एक नई जंग छिड़ चुकी है. जिसके चलचे अमेरिका में हिंसक विरोध प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है. जॉर्ज फ्लॉयड की मौत पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने की इच्छा जताई है.

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि यूएस में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अधिकारियों को संयम बरतनी चाहिए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, यूएन महासचिव ने संदेश दिया है कि प्रदर्शनकारियों की शिकायतों को शांतिपूर्वक सुना जाना चाहिए, लेकिन प्रदर्शनकारियों को भी समझना चाहिए और अपने प्रदर्शन को शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करना चाहिए.

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इसके साथ ही एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि पुलिस द्वारा की गई हिंसा की जांच की जरुरत है. साथ ही दुनिया भर के पुलिस बलों को पर्याप्त मानवाधिकार प्रशिक्षण की आवश्यकता है और पुलिस के लिए सामाजिक और मनोवैज्ञानिक समर्थन में काम करने की आवश्कता है. ताकि वे समुदाय की सुरक्षा के संदर्भ में अपना काम ठीक से कर सकें.

आखिर, क्या था माजरा?

25 मई की दोपहर को मिनेसोटा राज्य के मिनेपोलिस शहर की पुलिस के नंबर 911 पर एक कॉल आता है कि और एक व्यक्ति पुलिस को बताता है कि यहां रहने वाले अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड ने 20 डॉलर के नकली नोट से सिगरेट खरीदी है. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जॉर्ज को हिरासत में ले लिया और उसके बाद एक पुलिसकर्मी ने सरेआम-दिनदहाड़े जॉर्ज की गर्दन को अपने घुटने से 8 मिनट 46 सेकंड तक दबाए रखा जिसके चलते जॉर्ज की मौत हो गई. जिसके बाद जॉर्ज की हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. जिसके चलचे अमेरिका में हिंसक विरोध प्रदर्शन तूल पकड़ रहे हैं.

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घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि कुछ सिक्युरिटी सर्विलांस कैमरों में दर्ज हुए. उन्होंने कहा कि पुलिस ने फ्लॉयड पर जो भी तरीके आजमाए वो विभागीय नियमों का उल्लंघन हैं. पुलिस अफसर दम घोंटता रहा, जॉर्ज ही नहीं बाकी लोग भी उसे छोड़ देने की अपील करते रहे. लेकिन, पुलिस की बर्बरता के आगे किसी की एक न चली.. जॉर्ज फ्लॉयड की मौत कत्ल नहीं तो और क्या है? बता दें कि फ्लॉयड की मौत के अगले दिन घटना में शामिल सभी चार पुलिस अफसरों को बर्खास्त कर दिया गया. हेनेपिन काउंटी के अटॉर्नी माइक फ्रीमैन ने कहा कि जॉर्ज का गला दबाने वाले डेरेक चौवेन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा.

गौरतलब है कि घटना में तीन और अफसर शामिल थे. इनके नाम हैं, थॉमस लेन, जे. एलेक्जेंडर और टोउ थाओ. इनके खिलाफ भी जांच जारी है.

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