नई दिल्ली/आशीष भट्ट। आज रविवार को BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बिहार BJP कार्यसमिति को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया, जेपी नड्डा ने कहा, बिहार ने राजनीतिक और सामाजिक चेतना को बहुत ऊपर रखा है, चंपारण सत्याग्रह, नव निर्माण आंदोलन या जय प्रकाश जी को हम याद करें, तो पाएंगे कि जब सबने समझौता कर लिया, तब बिहार ने नेतृत्व दिया, बिहार का रिकवरी रेट आज 73.48 प्रतिशत है, 10 करोड़ डोर टू डोर स्क्रिनिंग बिहार में की गई है, राज्य में 35 हज़ार से बढ़कर आज 1 लाख टेस्ट हो रहे हैं, इसके लिए में बिहार सरकार को बधाई देता हूं.
जे.पी. नड्डा ने कहा, आत्मनिर्भर भारत से देश को आगे बढ़ाने का प्रयास किया गया। 20 लाख करोड़ रु. का पैकेज दिया गया। 3 लाख करोड़ रु. MSME सेक्टर को जिसमें से 1 लाख करोड़ रु. से ज्यादा वितरित भी कर दिए गए हैं। कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए 1 लाख करोड़ रुपये दिए गए हैं प्रधानमंत्री जी ने वोकल फॉर लोकल की बात की है। बिहार में हमें मखाना उद्योग, मधुबनी पेंटिंग, भागलपुर के सिल्क उद्योग को आगे बढ़ाना है। मुजफ्फरपुर की लीची, मधुबनी का शहद, इन सबको हमें आत्मनिर्भर भारत के तहत आगे बढ़ाना है,15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री जी ने डिजिटल हेल्थ केयर की बात की है। देश में आप कहीं भी चले जाएं, आपके डिजिटल हेल्थ कार्ड में आपके स्वास्थ्य की पूरी जानकारी होगी। इससे स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी क्रांति आएगी.
जे.पी. नड्डा ने कहा, बिहार में कोरोना संकट हो, बिजली गिरने का संकट हो या बाढ़ राहत के कार्य आप लोगों ने बहुत अच्छा कार्य किया है। लगभग 20 लाख प्रवासी श्रमिकों को आपने 203 करोड़ रुपये की राहत पहुंचायी है। ,प्रधानमंत्री जी ने Vocal for local की बात की है। उत्तर बिहार के मखाना उद्योग को हमें ग्लोबल बनाना है। मधुबनी पेंटिंग, भागलपुर के शिल्क उद्योग को भी हमें आगे बढ़ाना है। मधुबनी के शहद और मुजफ्फरपुर की लीची, इन सबको हमें आत्मनिर्भर भारत के तहत आगे बढ़ाना हैलगभग 12.35 लाख किसानों को आपने 417 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई है.
नड्डा ने कहा, राष्ट्र की राजनीति में बिहार का विशेष स्थान है। चाहे वो राजनीतिक विषय हो, सामाजिक विषय हो, सांस्कृतिक पक्ष हो, हर क्षेत्र में बिहार ने नेतृत्व किया है। राष्ट्र के उत्थान और विकास में बिहार का अविस्मरणीय योगदान रहा है, जब-जब भाजपा, JDU और LJP साथ आई है, तब-तब बिहार में NDA की जीत हुई है। इस बार भी हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमें केवल स्वयं ही जीत हासिल नहीं करनी है, बल्कि सहयोगी दलों को भी जीत हासिल करानी है.