सरकारी नौकरी के लिए यूपी में नहीं रहना होगा पांच वर्ष की संविदा में, पढ़ें पूरी खबर

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नई दिल्ली/आशीष भट्ट। दिनों से उत्तर प्रदेश में विपक्ष ने 5 साल संविदा में रहने को लेकर एक बड़ा मुद्दा बना रखा, कुछ दिनों पहले एक बात सामने आई थी की अब उत्तर प्रदेश में सरकारी नौकरी के लिए पहले 5 साल संविदा में रहना होगा, और इस दौरान कई परिक्षाएं होगी अगर वो पास कर पाए तो ही 5 साल के बाद सरकारी नौकरी मिलेगी, इसे यूपी में कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बनाया था, लेकिन इस मामले में कल यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद ने बड़ा बयान दिया है दरअसल उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद कल शुक्रवार को प्रयागराज के सर्किट हाउस को एक प्रेस कांन्फ्रेंस कर रहे तब उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकारी नौकरी में 5 वर्ष की संविदा शुरू करने कि सरकार की कोई मंशा नहीं है,  न ही रिटायरमेंट की आयु सीमा 50 वर्ष होगी, नौकरी में  संविदा की अनिवार्यता को लेकर विपक्ष भ्रम फैला रहा है, राज्य सरकार द्वारा ऐसा कोई भी नियम पारित नहीं किया गया है और ना ही भविष्य में पारित किया जाएगा, आम जनता के बीच में झूठ फैलाने का काम सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग कर रहे हैं।

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आपको बता दें कि शुक्रवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य दोपहर में प्रयागराज पहुंचे वहां मौर्य ने कहा कि प्रदेश में सरकारी नौकरी की जो प्रक्रिया पहले थी वही आगे भी रहेगी, इस विषय को लेकर जनका को गुमराह किया जा रहा है, उन्होंने साफ तौर पर विपक्ष पर निशाना साधा है, उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है इसलिए वो जनता को गुमराह कर रहा है।

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यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद ने कहा कि विपक्ष के पास वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसी वजह से वह अब सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए तमाम जतन कर रहा है,कांग्रेस, सपा, बसपा, केशव ने कहा कि सभी पार्टी पहले अपने कार्यकाल को देख लें कि उन्होंने क्या किया, इन सभी दलों के कार्यकाल पर हमारी सरकार का साढ़े तीन वर्ष का कार्यकाल भारी ही रहेगा, सपा-बसपा के शासनकाल में निकलने वाली हर भर्ती भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ जाती थी, वहीं हमारी सरकार में योग्यता के आधार पर नौकरी मिल रही है.

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