नई दिल्ली/आशीष भट्ट। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, 2022 में यूपी में BSP की सरकार बनने पर ब्राम्हण समाज की आस्था के प्रतीक परशुराम और सभी जातियों, धर्मों में जन्मे महान संतों के नाम पर अस्पताल व सुविधा युक्त ठहरने के स्थानों का निर्माण किया जाएगा, चार बार बनी BSP सरकार ने सभी वर्गों के महान संतों के नाम पर अनेक जनहित योजनाएं शुरू की थीं और जिलों के नाम रखे थे जिसे बाद में आई सपा सरकार ने जातिवादी मानसिकता और द्वेष की भावना के चलते बदल दिया था। बसपा की सरकार बनते ही इन्हें फिर से बहाल किया जाएगा.
मायावती ने आगे कहा, यदि SP सरकार को परशुराम की प्रतिमा लगानी ही थी तो अपने शासन काल के दौरान ही लगा देते, बसपा किसी भी मामले में सपा की तरह कहती नहीं है कर के भी दिखाती है, बसपा की सरकार बनने पर सपा की तुलना में परशुराम जी की भव्य मूर्ति लगाई जाएगी..
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बसपा प्रमुख ने कहा, 5 अगस्त को जब PM ने राम मंदिर का शिलान्यास किया तो अच्छा होता अगर वो उस समय दलित समाज से जुड़े अपने राष्ट्रपति हैं उनको भी साथ में ले जाते, कुछ दलित संत भी चिल्लाते रहे कि हमें नहीं बुलाया गया, उनको नहीं बुलाया पर राष्ट्रपति को बुला लेते तो अच्छा संदेश जाता.