नई दिल्ली/सूनैना गुप्ता। हरियाली तीज सावन महीने का महत्वपूर्ण पर्व होता है, यह दिन सुहागन स्त्रियों के लिए बहुत मायने रखता हैं, यह सावन और भादो में आने वाली तीन प्रमुख तीज है, हरियाली तीज, कजरी तीज, हरतालिका तीज. तीज का यह त्योहार मुख्य रुप से राजस्थान, उतर प्रदेश, बिहार और झारखंड मे मनाया जाता है. नाग पचंमी से दो पूर्व सावन मास की शुक्ल तृतीया को हरियाली तीज मनायी जाती है. जो इस बार 23 जुलाई को है. इस दिन महिलाऐं व्रत रख कर भगवान शिव और पार्वती की अराधना करती है. यह त्योहार भगवान शिव और पार्वती का पुनर्मिलन का प्रतीक माना जाता है.
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क्या है हरियाली तीज का महत्व
हरियाली तीज के दिन सभी सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं, माता पार्वती और शिव जी की पुजा कर अपने पती की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करती है. हरियाली तीज के दिन सिंधारा भेंट करने की प्रथा है. सिंधारा के मुख्य रुप से चुड़ियां, मेंहदी, मिठाई आदि वस्तुंऐ भेंट दी जाती है, जिसे कन्या के माता-पिता उसके ससुराल मे भेजते है. हरियाली तीज को छोटी तीज या श्रावण तीज भी कहते है.
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हरियाली तीज का मुहूर्त
(बुधवार) जुलाई 22 ,2020 को शाम 7 बजकर 23 मिनट को आरम्भ होगा
(गुरुवार) जुलाई 23, 2020 को शाम पांच बजकर 4 मिनट तक रहेगी