नई दिल्ली/ दीक्षा शर्मा। अमेरिका ने कोरोना वायरस की जानकारी छुपाने और चीन के सहयोग पर विश्व स्वास्थ्य संगठन पर गंभीर आरोप लगाए थे. और उसके बाद अमेरिका ने WHO की फंडिंग भी रोक दी थी.और अब अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन से अलग होने का फैसला लिया है.
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अमेरिका का आरोप
अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर आरोप लगाते हुए कहा कि WHO चीन की कठपुतली बन कर काम कर रहा है. उन्होंने कहा WHO पुरी तरह चीन के नियंत्रण में हैं. इतना ही नहीं ट्रंप ने सीधे तौर पर चीन का नाम लेते हुए कहा कि एक साल में सिर्फ 40 मिलियन डॉलर देने के बावजूद चीन WHO को अपने नियंत्रण में रखता है.
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खुद को किया अलग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को चिट्ठी भेजी है. डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) सरकार ने WHO को इस बार अपना फैसला भेज दिया है. यह WHO और उससे जुड़े अन्य देशों के लिए बहुत बड़ा झटका हो सकता है. बता दें कि अमेरिका की तरफ से WHO को कुल फंडिंग का 14.7 प्रतिशत दिया जाता है. फंडिंग देने के मामले में अमेरिका सबसे ऊपर है.