नई दिल्ली/ काजल गुप्ता: कोरोना वायरस महामारी से लड़ने के साथ साथ हमें अर्थवयवस्था को भी आगे बढ़ाना है.मुझे भारत की क्षमता, प्रतिभा और प्रौद्योगिकी एवं नवाचार पर भरोसा है. मुझे किसानों, एमएसएमई और उद्योग दिग्गजों पर भरोसा है. इसलिए मैं यकीन से कह सकता हूं कि देश वृद्धि के रास्ते पर लौटेगा.
मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) के सालाना बैठक को संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि देश अब लॉकडाउन को पीछे छोड़ चुका है. आज से तीन महीने पहले देश में एक भी पीपीटी (PPT) किट नहीं थी. लेकिन इतनी मेहनत करने के बाद हम इस मुकाम पर पहुंच गए कि आज रोज़ तीन लाख किट बन रही है. आत्मनिर्भर भारत से जुड़ी हर जरूरत का ध्यान सरकार रखेगी.
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भारत को फिर से तेज विकास के पथ पर लाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए 5 चीजें बहुत ज़रूरी हैं। Intent ( इंटेंट यानी इरादा), Inclusion ( इन्क्लूजन यानी समावेशन), Investment (इन्वेस्टमेंट यानी निवेश), Infrastructure ( इन्फ्रास्ट्रक्चर यानी बुनियादी ढांचा )और Innovation ( इनोवेशन यानी नवोन्मेष) उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़े हितधारकों की हर जरूरत का ध्यान रखा जाएगा। हमारे लिए सुधार कोई स्टेकहोल्डर्स (scattered decisions) नहीं हैं. हमारे लिए सुधार का मतलब है फैसले लेने का साहस करना।
पीएम मोदी ने किसानों को लेकर कहा कि सरकार ने ऐतिहासिक बदलाव किए हैं, अब किसान कहीं पर भी अपनी फसल बेच सकता है. किसान कभी भी और कहीं भी अपनी फसलों को अपनी शर्तों के हिसाब से बेच सकता हैं. कोल सेक्टरों को कई तरह के बंधन से मुक्त किया गया है, माइनिंग के नियमों को बदला गया है जिससे लोगों को मदद मिलेगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि MSME की परिभाषा बदलने की मांग को पूरा कर दिया गया है, इससे छोटे कारोबारियों को लाभ मिलेगा. आज के जो फैसले लिए गए हैं, उसे समझने के लिए दुनिया की स्थिति को समझना जरूरी है. अब देशों को एक दूसरे की जरूरत पड़ने लगी है. कोरोना संकट के दौरान जब हर कोई खुद को संभाल रहा था, तब भारत ने 125 से अधिक देशों को दवाइयां भेज कर मानवता की भलाई का काम किया है.
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नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि मुझे देश की क्षमता, टैलेंट और टेक्नोलॉजी पर पूरी तरह से भरोसा है, यही वजह है कि हमें विश्वास है कि हम एक बार फिर अर्थव्यवस्था को तेज़ रफ्तार देंगे. कोरोना महामारी ने हमारी गति को भले ही धीमा कर दिया हो, लेकिन भारत लॉकडाउन को पीछे छोड़कर अनलॉक 1 फेज़ में आ चुका है.
कोरोना के खिलाफ अर्थव्यवस्था को फिर से मजबूत करना, हमारी उच्च प्राथमिकता में से एक है. इसके लिए सरकार जो निर्णय अभी तुरंत लिए जाने जरूरी हैं, वो ले रही है. और साथ में ऐसे भी फैसले लिए गए हैं जो लम्बे समय में देश की मदद करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कारोबारियों को भरोसा दिया कि वो उनके साथ हैं, आप एक कदम आगे बढ़ाइए, सरकार चार कदम आगे बढ़ाएगी.