नई दिल्ली/दीक्षा शर्मा। भगवान शिव का सबसे पवित्र महीना यानी सावन का महीना शुरू हो गया है. कहा जाता है कि यह भोलेनाथ का सबसे प्रिय माह है. यह पूरा महीना भक्तों द्वारा एक त्यौहार के रूप में मनाया जाता है. वैसे तो हर सोमवार भगवान शिव के लिए जाना जाता है लेकिन इस महीना का अलग ही महत्व और मान्यताएं हैं. आप भगवान शिव के लिए उनके हर भक्त के मुंह से अलग नाम सुनेंगे.
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विश्वंभर
भगवान विश्वंभर का नाम तो आपने किसी ना किसी भक्त से मुंह से सुना ही होगा. भगवान के इस नाम का अर्थ है कि सर्वोच्च आत्मा. शास्त्रों में इस नाम को बहुत शुभ माना जाता है.
रूद्र
भगवान शिव का यह नाम उनके गुस्से को दर्शाता है. भगवान रुद्र नाम का अर्थ डरावना, भयानक, तूफान के भगवान, गर्जन और बिजली होता है.
नटराज
भगवान शिव को यह नाम उनके नृत्य के कारण दिया गया है. इसके अलाव नटराज का मतलब नृत्य की कला के राजा, कलाकारों के बीच राजा, विनाश के लौकिक नर्तकी, नृत्य के देवता के रूप में लिया जाता है.
पशुपतिनाथ
यह नाम भगवान शिव को उनके कोमल हृदय और पशुओं के प्रति उनके लगाव के लिए दिया गया है. कहा जाता है कि यह रूप मानव के साथ पशुओं की रक्षा करने के लिए है.
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महेश
कहते हैं कि भगवान शिव का यह नाम महा और ईश से मिलकर बना है. और यह नाम उनके शांत, सौम्य और दयालु स्वभाव को दर्शाता है.
महादेव
यह नाम तो आप सभी ने सुना होगा. कहते हैं कि देवों के देव महादेव की महिमा अपरम्पार है. महादेव का अर्थ होता है.. सबसे बड़े देवता महादेव.