नई दिल्ली/आर्ची तिवारी। अमेरिका में ट्रंप सरकार ने चीनी दूतावास को खाली करने के लिए चीन की सरकार को 72 घंटे का समय दिया था. जिसको चीनी सरकार ने बात को गंभीरता से ना लेकर गलती कर दी अब अमेरिका ने ह्यूस्टन शहर में स्थित चीन के वाणिज्य दूतावास पर कब्जा कर लिया है, आपको बता दें, दूतावास से चीन का झंडा भी हटा दिया गया है.
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गौरतलब है कि चीन का यह वाणिज्य दूतावास पिछले 40 दशकों से अमेरिका के ह्यूस्टन शहर में स्थित है वही जब अमेरिकी अधिकारी चीनी दूतावास में घुसकर बिल्डिंग को खाली कराने लगे तो अमेरिका और चीन के अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई, इस दौरान दूतावास के बाहर करीब 100 चीन विरोधी प्रदर्शनकारी भी मौजूद रहे और ‘चीन वापस जाओ’ जैसे नारे लगा रहे थे, कुछ मीडिया खबरों में यह भी बताया गया कि अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों को एक दरवाजे से जबरन दूतावास परिसर में घुसते देखा गया.
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इस पर चीन मंत्रालय की ओर से एक बयान सामने आया है जिसमें कहा गया है, चीन इस संबंध में उचित तथा आवश्यक प्रतिक्रिया देगा. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि, ह्यूस्टन स्थित वाणिज्य दूतावास की इमारत एक राजनायिक वाणिज्य दूतावास है और वह चीन की राष्ट्रीय संपत्ति भी है, चीनी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के इस कदम को गलत बताया है, चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा, अमेरिका को चीनी वाणिज्य दूतावास में अतिक्रमण नहीं करना चाहिए.